नाखून फ्रैक्चर के कारणों में शामिल हैं:
नाखून का बार-बार धोना।
डिटर्जेंट जैसे रसायनों के संपर्क में।
हाइपरथायरायडिज्म या हाइपोथायरायडिज्म।
एनीमिया।
आयरन की कमी और कैल्शियम।
कई त्वचा की समस्याएं जैसे कि सोरायसिस, नाखून कवक, पुरानी एक्जिमा और अन्य।
कम नमी और सूखे नाखून।
डाई, नेल पॉलिश और डाई रिमूवर का लगातार उपयोग।
नाखून काटने या देखभाल में कमी।
नाखून की नाजुकता के इलाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण टिप्स
- अपने हाथों को मॉइश्चराइज़ करें: हर बार धोने और सुखाने के बाद आपके नाखूनों के अंदर का पानी मॉइस्चराइज़ करता है, न सूखता है और न ही नाजुक बनता है।
- अपने हाथों और नाखूनों को लगातार नम करने के लिए, घर के बाहर भी, हर समय अपनी उंगलियों के मॉइस्चराइज़र को रखें।
- ट्रिमिंग: आपका नाखून जितना लंबा होगा, टूटने का खतरा उतना ही अधिक होगा।
- नहाने के बाद अपने नाखूनों को सूखा लें क्योंकि वे नरम होते हैं और टूटने की संभावना कम होती है।
- एसीटोन नेल पॉलिश रिमूवर का उपयोग न करें क्योंकि यह आपके नाखूनों को सूखता है और उन्हें भंगुर बनाता है। एसीटोन की जगह एसिटेट युक्त पेंट रिमूवर का उपयोग करें।
- 5% लैक्टिक एसिड या ग्लाइकोलिक एसिड युक्त नेल पॉलिश आज़माएं।
डॉ। लाना बत्तरा
त्वचा विशेषज्ञ और त्वचा विशेषज्ञ – त्वचा और लेजर